कोरोना महामारी का असर ई-कॉमर्स, टूरिज्म और एविएशन सेक्टर के साथ टैक्सी सर्विस कंपनीयों पर भी देखने मिल रहा है। हाल में अमेरिकी राइड शेयरिंग उबर ने लगभग 14 फीसदी स्टाफ यानी लगभग 3700 फुल टाइम कर्मचारियों की छटनी करने का ऐलान किया। कंपनी ने महामारी के कारण जारी लॉकडाउन में आई ट्रिप में आई कमी को इसकी वजह बताया। यह ऐलान कंपनी ने अपने तिमाही परिणाम जारी होने के बाद किया।

पिछले साल कंपनी को 8.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ
कंपनी की चीफ एग्जीक्यूटिव दारा खोस्रोशाही ने भी सालभर के लिए अपनी बेस सैलरी में कटौती की जो पहले एक मिलियन डॉलर तय थी। महामारी के पहले भी उबर आर्थिक संकट से जूझ रही थी। कंपनी को 2019 में 8.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। कंपनी ने कहा कि यह छटनी कस्टमर सपोर्ट और रिक्रूटिंग टीम में की गई है, जिन्हें बदले में 20 मिलियन डॉलर और अन्य खर्चों का भुगतान करना पड़ा।

कंपनी ने मार्च में दे दी थी चेतावनी

  • मार्च में ही एग्जीक्यूटिव्स ने कंपनी को यह चेतावनी दे दी थी कि कोरोना हॉटस्पॉट्स में टैक्सी सर्विस की मांग में 60 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि उबर ईट्स फूड डिलीवरी सर्विस में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
  • कंपनी ने बुधवार को बताया कि फिलहाल हमें नहीं पता कि रिकवरी करने में कितना समय लग सकता है, इसलिए खर्च में कटौती करने के लिए हमे यह कदम उठाना पड़ा। कंपनी का ज्यादातर बिजनेस बड़े शहरों में फैला है इनमें ऐसे शहर भी शामिल है जो कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। पिछले साल न्यूयॉर्क और सैनफ्रांसिस्को समेत अमेरिका के चार मेट्रो शहर समेत लंदन में कंपनी ने प्लेटफार्म पर 23 फीसदी खर्च किया।


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कंपनी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उबर ईट्स फूड डिलीवरी सर्विस में बढ़ोतरी हुई।


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